RBI Monetary Policy: रिजर्व बैंक ने ब्याज दरों में नहीं किया बदलाव, रेपो रेट 4% पर बरकरार; FY22 में GDP ग्रोथ 9.5% रहने का अनुमान
RBI Monetary Policy Meeting outcome: रिजर्व बैंक ने बुधवार को नीतिगत ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं किया है. यह लगातार नौवां मौका होगा, जब दरें स्थिर हैं. इससे पहले, रिजर्व बैंक आखिरी बार 22 मई 2020 को ब्याज दरों में बदलाव किया था.
(Image: Reuters)
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RBI Monetary Policy: रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) गवर्नर शक्तिकांत दास (Shaktikant Das) ने बुधवार को मॉनिटरी पॉलिसी का ऐलान किया. MPC ने पॉलिसी दरों में कोई बदलाव नहीं किया है. रेपो रेट 4 फीसदी (Repo Rate) पर बरकरार है. आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि कमिटी ने पॉलिसी दरों में कोई बदलाव नहीं करने का फैसला किया है. रिवर्स रेपो रेट 3.35 फीसदी (Reverse repo rate) पर स्थित रहेगी. जबकि मार्जिनल स्टैंडिंग फैसिलिटी रेट (MSFR) और बैंक रेट 4.25 फीसदी रहेगा. पॉलिसी का रुख 'अकोमोडेटिव' रखा गया है. केंद्रीय बैंक (Central Bank) ने लगातार 9वीं बार ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं किया है. इससे पहले, रिजर्व बैंक ने आखिरी बार 22 मई 2020 को ब्याज दरों में बदलाव किया था.
रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने पॉलिसी का एलान करते हुए कहा कि मॉनिटरी कमिटी के लिए 6 में से 5 सदस्य पॉलिसी रुख 'अकोमोडेटिव' रखने के पक्ष में थे. इकोनॉमी में रिकवरी आ रही है. डिमांड प्री-कोविड लेवल पर पहुंच गई है. उन्होंने कहा कि नए ओमिक्रॉन वैरिएंट से डाउनसाइड रिस्क है. कोरोना की दूसरी वेव से रुकी रिकवरी में अब बढ़त हुई है.
आरबीआई गवर्नर ने कहा कि सेंट्रल बैंक लिक्विडिटी रीबैलेंशिग करते रहेंगे. फिक्सरेट ओवरनाइट को VRRR ऑक्शन में रीबैलेंसिग कर रहे हैं. आगे के प्रस्तावित VRRR ऑक्शन 17 दिसंबर को 6.5 लाख करोड़ और 31 दिसंबर को 7.5 लाख करोड़ होगा.
पेट्रोल-डीजल पर एक्साइज कटौती से बढ़ेगी डिमांड
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शक्तिकांत दास ने कहा कि पेट्रोल और डीजल पर VAT और एक्साइज ड्यूटी कटौती से महंगाई दर पर असर पड़ा है. पेट्रोल- डीजल में एक्साइज कटौती से भी डिमांड को बूस्ट मिलेगा. प्राइवेट कंजम्प्शन अभी भी प्री कोविड स्तर से नीचे इसलिए डिमांड को बढ़ाना जरूरी है. उन्होंने कहा कि अर्बन डिमांड में भी बढ़ोतरी हो रही है.
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FY22 में GDP ग्रोथ 9.5% रहेगी: RBI
RBI गवर्नर ने FY22 में जीडीपी ग्रोथ के अनुमान में कोई बदलाव नहीं किया है. यह 9.5 फीसदी पर बरकार रहेगी. आरबीआई ने अक्टूबर-दिसंबर 2021 के लिए जीडीपी ग्रोथ का अनुमान 6.8 फीसदी से घटाकर 6.6 फीसदी और जनवरी-मार्च 2022 के लिए 6.1 फीसदी से घटाकर 6 फीसदी किया है. वहीं, वित्त वर्ष 2022-23 की पहली तिमाही में जीडीपी ग्रोथ 17.3 फीसदी और दूसरी तिमाही में 7.8 फीसदी रह सकती है. बता दें, रेपो रेट (Repo Rate) वह ब्याज दर होती है, जिस पर आरबीआई कमर्शियल बैंकों और दूसरे बैंकों को लोन देता है. रेपो रेट घटने का मतलब है कि बैंकों के लिए लोन सस्ता होगा और वे कस्टमर को भी सस्ता लोन देंगे.
FY22 में महंगाई दर 5.3% रहने का अनुमान
रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास (Shaktikanta Das) ने कहा है कि CPI इनफ्लेशन में नरमी आई है. डिमांड आउटलुक में सुधार हो रहा है. केंद्रीय बैंक ने FY22 के लिए खुदरा महंगाई दर (CPI) का अनुमान 5.3 फीसदी कर दिया है. वित्त वर्ष 2021-22 की तीसरी तिमाही के लिए महंगाई दर का अनुमान 5.1 फीसदी और चौथी तिमाही के लिए 5.7 फीसदी है. वित्त वर्ष 2022-23 की पहली तिमाही में खुदरा महंगाई दर 5.3 फीसदी और दूसरी तिमाही में 5 फीसदी रहने का अनुमान है.
10:40 AM IST